वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने
बुधवार को कहा कि रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील करके भारत ने
बड़ी गलती की। यह अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट (काटसा) का उल्लंघन
है, जिसका परिणाम भारत को भुगतना पड़ेगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पिछले सप्ताह भारत आए थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील फाइनल हुई थी। इसे लेकर ट्रम्प ने कहा कि भारत को इसका नतीजा जल्द पता चल जाएगा। आप भी जल्द ही देखेंगे।
ट्रम्प ने यह भी कहा कि ईरान से 4 नवंबर के बाद तेल आयात जारी रखने वाले देशों को भी अमेरिका की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। रक्षा विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि रूस से मिसाइल डील के बाद भारत को काटसा के तहत अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका में मौजूद ‘‘फ्रेंड्स ऑफ इंडिया’’ को उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रम्प भारत को छूट दे सकते हैं, क्योंकि वे भारत को महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार मानते हैं। काटसा के तहत रूस से मिसाइल डील पर भारत को अमेरिकी प्रतिबंधों से छूट देने का अधिकार सिर्फ ट्रम्प के पास है।
अमेरिका ने हाल ही में काटसा का इस्तेमाल करके चीन की रक्षा कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने काटसा के तहत भारत को छूट देने पर जोर दिया है।
‘काटसा’ ट्रम्प प्रशासन को आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों के माध्यम से रूस, ईरान और उत्तर कोरिया को निशाना बनाने की ताकत देता है। इसके तहत रूस, ईरान और उत्तरी कोरिया से व्यापार सौदे करने वाले देशों को काटसा के तहत अमेरिकी प्रतिबंध का सामना करना पड़ता है।छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ लोग सियासी वॉट्सएप ग्रुप्स बनाकर पैसा कमा रहे हैं। इन ग्रुप्स से राजनीतिक दलों के साथ-साथ शहर के आम लोग जुड़े हैं। इनमें से कुछ पैसे लेकर सदस्यता दे रहे हैं और कुछ तैयारी कर रहे हैं।
इन ग्रुप्स से जुड़े लोग यह जानना चाहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस से किन-किन लोगों को टिकट दिया जाएगा। साथ ही चुनावी हलचल की हर खबर को जानना चाहते हैं। ग्रुप को चलाने वाले भी चुनाव से जुड़ी हर जानकारी इन ग्रुप्स पर मुहैया कराते हैं। इतना ही नहीं इन ग्रुप्स पर लोग अपनी बात भी रख रहे हैं। जगदलपुर में सियासत की खबरों के लिए 6 अक्टूबर को तैयार किए गए एक ग्रुप जगदलपुर टुडे (सियासत) में 12 अक्टूबर के बाद से राजनीतिक खबरों के लिए सदस्यता लेने की अनिवार्यता कर दी गई है। इसका विरोध भी हो रहा है। इसमें कुछ लोगों का मानना है कि वॉट्सएप मुफ्त ग्रुप बनाने की सुविधा देता है तो ऐसे में यह सियासी ग्रुप्स के एडमिन पैसे क्यों वसूल रहे हैं?
भिंड में ऐसे वॉट्सएप ग्रुप को बंद किया गया था: मध्यप्रदेश के भिंड में कलेक्टर ने ऐसे वॉट्सएप ग्रुप्स को बंद करने के आदेश जारी किए थे। भास्कर ने कलेक्टर डॉ. अय्याज फकीरभाई तंबोली से पूछा तो उन्होंने कहा, "वॉट्सएप ग्रुप्स को लेकर कोई निर्देश नहीं हैं, जबकि ब्रॉडकास्ट मैसेज भेजने वालों को जिला प्रशासन से मंजूरी लेना जरूरी है।"
सदस्यता नहीं ली तो हटा दिए जाएंगे ग्रुप से: एक सियासी ग्रुप के एडमिन विकास दुग्गड़ ने ग्रुप में सारे नियमों को डालने की बात कही है। उन्होंने इसे चुनाव से संबंधित पेड न्यूज बनाने और चुनाव के बाद इसे बंद करने की वकालत की। इसके लिए उन्होंने सदस्यता नहीं लेने वाले को ग्रुप से हटा देने या इससे पहले सदस्यता लेने कहा है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पिछले सप्ताह भारत आए थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील फाइनल हुई थी। इसे लेकर ट्रम्प ने कहा कि भारत को इसका नतीजा जल्द पता चल जाएगा। आप भी जल्द ही देखेंगे।
ट्रम्प ने यह भी कहा कि ईरान से 4 नवंबर के बाद तेल आयात जारी रखने वाले देशों को भी अमेरिका की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। रक्षा विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि रूस से मिसाइल डील के बाद भारत को काटसा के तहत अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका में मौजूद ‘‘फ्रेंड्स ऑफ इंडिया’’ को उम्मीद है कि राष्ट्रपति ट्रम्प भारत को छूट दे सकते हैं, क्योंकि वे भारत को महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार मानते हैं। काटसा के तहत रूस से मिसाइल डील पर भारत को अमेरिकी प्रतिबंधों से छूट देने का अधिकार सिर्फ ट्रम्प के पास है।
अमेरिका ने हाल ही में काटसा का इस्तेमाल करके चीन की रक्षा कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने काटसा के तहत भारत को छूट देने पर जोर दिया है।
‘काटसा’ ट्रम्प प्रशासन को आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंधों के माध्यम से रूस, ईरान और उत्तर कोरिया को निशाना बनाने की ताकत देता है। इसके तहत रूस, ईरान और उत्तरी कोरिया से व्यापार सौदे करने वाले देशों को काटसा के तहत अमेरिकी प्रतिबंध का सामना करना पड़ता है।छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ लोग सियासी वॉट्सएप ग्रुप्स बनाकर पैसा कमा रहे हैं। इन ग्रुप्स से राजनीतिक दलों के साथ-साथ शहर के आम लोग जुड़े हैं। इनमें से कुछ पैसे लेकर सदस्यता दे रहे हैं और कुछ तैयारी कर रहे हैं।
इन ग्रुप्स से जुड़े लोग यह जानना चाहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस से किन-किन लोगों को टिकट दिया जाएगा। साथ ही चुनावी हलचल की हर खबर को जानना चाहते हैं। ग्रुप को चलाने वाले भी चुनाव से जुड़ी हर जानकारी इन ग्रुप्स पर मुहैया कराते हैं। इतना ही नहीं इन ग्रुप्स पर लोग अपनी बात भी रख रहे हैं। जगदलपुर में सियासत की खबरों के लिए 6 अक्टूबर को तैयार किए गए एक ग्रुप जगदलपुर टुडे (सियासत) में 12 अक्टूबर के बाद से राजनीतिक खबरों के लिए सदस्यता लेने की अनिवार्यता कर दी गई है। इसका विरोध भी हो रहा है। इसमें कुछ लोगों का मानना है कि वॉट्सएप मुफ्त ग्रुप बनाने की सुविधा देता है तो ऐसे में यह सियासी ग्रुप्स के एडमिन पैसे क्यों वसूल रहे हैं?
भिंड में ऐसे वॉट्सएप ग्रुप को बंद किया गया था: मध्यप्रदेश के भिंड में कलेक्टर ने ऐसे वॉट्सएप ग्रुप्स को बंद करने के आदेश जारी किए थे। भास्कर ने कलेक्टर डॉ. अय्याज फकीरभाई तंबोली से पूछा तो उन्होंने कहा, "वॉट्सएप ग्रुप्स को लेकर कोई निर्देश नहीं हैं, जबकि ब्रॉडकास्ट मैसेज भेजने वालों को जिला प्रशासन से मंजूरी लेना जरूरी है।"
सदस्यता नहीं ली तो हटा दिए जाएंगे ग्रुप से: एक सियासी ग्रुप के एडमिन विकास दुग्गड़ ने ग्रुप में सारे नियमों को डालने की बात कही है। उन्होंने इसे चुनाव से संबंधित पेड न्यूज बनाने और चुनाव के बाद इसे बंद करने की वकालत की। इसके लिए उन्होंने सदस्यता नहीं लेने वाले को ग्रुप से हटा देने या इससे पहले सदस्यता लेने कहा है।
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